1. सुंदर पिचाई का जन्म तमिलनाडु में 1972 में हुआ था और अभी वे 43 साल के हैं. इनका असली नाम पिचाई सुंदराजन है, लेकिन उन्हें सुंदर पिचाई के नाम से जाना जाता है.
2. सुंदर का बचपन में टेक्नोलाॅजी से लगाव बिल्कुल नही था वो अपने स्कूल की क्रिकेट टीम के कप्तान थे.
3. सुंदर पिचाई की याददाश्त जबरदस्त बताई जाती है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जब तमिलनाडु में इनके घर पर 1984 में पहली बार टेलीफोन लगा था, तब सभी रिश्तेदार किसी दूसरे का नंबर भूल जाने पर सुंदर की याददाश्त का सहारा लेते थे। सुंदर को छोटी सी छोटी चीजें भी याद रह जाती हैं.
4. ये बात लगभग सभी जानते हैं कि सुंदर पिचाई ने IIT खड़गपुर से पढ़ाई की है लेकिन ये कम ही लोग जानते हैं कि कॉलेज के दिनों में वे रैगिंग के शिकार भी हो चुके हैं.
5. IIT खड़गपुर में रैगर्स के फेवरेट थे ‘सुंदी’। क्योकीं सुंदर एक बार में उनकी बात मान लेते थे. उनके कहने पर टेबल पर चढ़कर डांस भी करते थे.
6. सुंदर पिचाई चेन्नई में दो कमरों वाले घर में रहते थे। इंजीनियरिंग करने के बाद आगे की पढ़ाई के लिए उन्हें स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की स्कॉलरशिप मिली। उस समय उनके घर की माली हालत इतनी खराब थी कि सुंदर के एयर टिकट के लिए उनके पिता को कर्ज लेना पड़ा था.
7. पढ़ाई के लिए अमेरिका जाने के बाद उनकी पत्नी अंजलि इंडिया में ही रह रही थीं। उनके पास इतने पैसे नहीं होते थे कि वो इंडिया कॉल करके अंजलि से बात कर सकें। कई बार ऐसा होता था कि वे छह महीने तक बात नहीं कर पाते थे.
8. पिचाई ने 2004 में गूगल ज्वाइन किया था। उस समय वे प्रोडक्ट और इनोवेशन अफसर थे.
9. Sundar Pichai के करियर में दो चीजें मील का पत्थर साबित हुईं। पहले उन्होंने जीमेल और गूगल मैप ऐप्स तैयार किए जो रातोंरात लोकप्रिय हो गए। इसके बाद पिचाई ने गूगल के सभी प्रोडक्ट्स के लिए एंड्रॉइड ऐप तैयार किए.
10. जिस Google Chrome को आज पूरी दुनिया इस्तेमाल करती है उसे Sundar Pichai ने अपने हाथों से बनाया है.
11. पिचाई में टीम मैनेजमेंट की कला है. उन्होंने हमेशा अपनी टीम के काम की सराहना की और हर हाल में टीम के साथ खड़े रहे. एक समय की बात है जब मैरिसा मेयर गूगल की एक्जीक्यूटिव थीं, पिचाई घंटों उनके ऑफिस के बाहर बैठे रहते थे सिर्फ ये सुनिश्चित करने के लिए कि मैरिसा उनकी टीम मेंबर्स को अच्छे परफॉर्मेंस नंबर दें. (अब मैरिसा मेयर याहू की CEO हैं।)
12. अमेरिकी मीडिया पिचाई को लैरी पेज का राइट हैंड मानती है. और हमेशा उनके साथ मीटिंग में जाते हैं. पिचाई को कम बोलना पसंद है. वे उतना ही बोलते हैं, जितना जरूरी है.
13. Twitter ने 2011 में सुंदर को जाॅब का आॅफर दिया था. और वो तैयार भी हो गए थे लेकिन गूगल ने नौकरी ना छोड़ने के 305 करोड़ रूपए दिए. क्योकिं गूगल को पता था कि इस बंदे में दम है.
14. जब 2011 में टि्वटर ने सुंदर को जॉब ऑफर किया था तो उनकी वाइफ ने ही उनको गूगल नहीं छोड़ने की सलाह दी थी. सुंदर और अंजलि दोनों ने आईआईटी खड़गपुर से इंजीनियरिंग की है और फाइनल ईयर के दौरान ही सुंदर ने अंजलि को प्रपोज किया था.
15. 2013 के अंत में माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ की दौड़ में भी सुंदर पिचाई शामिल थे. स्टीव बॉल्मर की पसंद भी सुंदर पिचाई ही थे. हालांकि, बाद में CEO of Microsoft Satya Nadella बने.
16. पिचाई, गूगल के उन लोगों में शामिल हैं, जिन्हें उभरते बाजार में गूगल को ले जाना और चलाने का अनुभव हासिल है. उन्हें Google Founder Larry page से भी बेहतर माना जा रहा है.
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