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Kya baat h

अच्छी बात तो सब को अच्छी लगती है,
पर जब तुम्हें किसी की बुरी बात भी बुरी न लगे तो समझना...
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तुम्हें जलील होने की आदत हो गयी है।


ज़िंदगी में जब आपको कोई रास्ता दिखाई ना दे;
कोई मंज़िल दिखाई ना दे, कोई अपना दिखाई ना दे तो...
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मोबाइल में टॉर्च भी होती है उसे जला लेना।

तेरी खामोशी और उदासी को हम समझ ना सके दोस्त...
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वो तो शाम को तेरी मम्मी ने बताया कि आज, तेरी चप्पल से पिटाई हुई है।

Kya baat h Kya baat h Reviewed by Rakesh Kumar on September 25, 2014 Rating: 5

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